गौतम बुद्ध नगर मैं बिसरख स्थित यदुवंशी फार्म हाउस में अशोक यादव निवासी होशियारपुर की गोली मार करके हत्या कर दी गई थी आज स्वर्गीय अशोक यादव के परिवार ने एक पत्रकार वार्ता करते हुए पुलिस की कार्यवाही पर सवाल उठाए उन्होंने बताया की अगर पुलिस ने समय से कार्यवाही की होती तो शायद अशोक यादव की हत्या न हुई होती उन्होंने बताया की शादी के बाद से ही लड़की का चल चालान ठीक नहीं लग रहा था जिस कारण दोनों परिवारों में विवाद और मतभेद शुरू हो गए थे जिसकी सूचना लड़की के परिवार वालों को दी गई थी परंतु परिवार वालों की तरफ से कोई भी सही जवाब नहीं दिया जाता था
और धमकी भी दी जाती थी कि घर और परिवार की बातें हैं इसको ज्यादा ना बढ़ाया जाए इसके बाद लगातार इस तरह की घटनाएं होती रही और उनके लड़के ने कई आपत्तिजनक फोटो और मैसेज भी जिसका प्रमाण उनके पास है देखा और उनके मां-बाप को बताया भी इस विवाद के बाद कई बार पंचायत भी हुई उसमें भी कोई कार्रवाई नहीं हुई इसके बाद कोर्ट में आपसी समझौते के तहत डायवोर्स मुकदमा दर्जी कर दिया गया जिसमें 6 महीने का समय था परंतु दोनों ने आपस में सारा लेनदेन की बात और उसका एफिडेविट भी जमा कर दिया था परंतु उसके बाद उनके परिवार को लगातार धमकी मिलती रही और इसकी सूचना पुलिस विभाग में परिवार में कई बार की एसीपी कार्यालय और क कार्यालय में भी की परंतु कोई कार्यवाही नहीं की गई परिवार का क्या कहना है कि षड्यंत्र के जरिए अशोक यादव को विवाह समारोह बुलाया गया और और गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई परिवार ने यह कहा कि जब कोर्ट द्वारा लिखित आदेश दिए जा चुके हैं कि अब दोनों परिवार में आपसी में कोई संबंध नहीं है दोनों पक्ष अपनी जिंदगी अलग अलग-अलग रहकर करेंगे और शादी में लगे पैसे और सामान कोर्ट के सामने वधू पक्ष को वापस दिया गया जिसका लिखित एफिडेविट दिया हुआ है परिवार ने कहा कि जब दोनों पक्ष अलग हो गए हैं तो अब समाधि शब्द का प्रयोग करना अनुचित है
उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार पुलिस प्रशासन से और माननीय मुख्यमंत्री योगी जी से मांग करता है कि आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए और उचित न्याय दिलाया जाए
गिरफ्तार करके उचित सजा दी जाए





