मॉस्को। रूस की राजधानी मॉस्को में नौ दिवसीय भारत उत्सव (इंडिया फेस्ट) का रविवार को समापन हुआ, जिसमें कई भारतीय राज्यों की विविध सांस्कृतिक परंपराओं को प्रदर्शित किया गया। 5-13 जुलाई तक चले इस शानदार उत्सव का आयोजन मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास और रूस सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा स्थानीय अभियान ‘मॉस्को समर’ के तहत संयुक्त रूप से किया गया। इसमें लजीज भारतीय खाद्य पदार्थों और हस्तशिल्प के स्टॉल लगाए गए।
फेस्ट के दौरान एक तरफ जहां सनातन धर्म के भगवान शिव, पार्वती और गणेश पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुतियां पेश की गईं, वहीं दूसरी ओर कलाकार भारतीय फिल्म इंडस्ट्री बॉलीवुड की कुछ सदाबहार फिल्मों के गीतों पर थिरकते नजर आए। उत्सव के दौरान, दर्शकों ने मैथिली और तमिल गीतों के साथ-साथ कथक, सिंगरी, भरतनाट्यम और ओडिसी प्रस्तुतियों का भी आनंद लिया। समारोह में शामिल भारतीय मूल के लोगों और स्थानीय नागरिकों ने एक इंटरैक्टिव ‘भारत की खोज’ प्रश्नोत्तरी में भी भाग लिया। इसके अलावा यहां भारतीय चित्रकारी, पारंपरिक वस्त्र, लकड़ी की नक्काशी और अन्य हस्तशिल्प प्रदर्शित करने वाला एक मेला भी खास आकर्षण का केंद्र रहा। इसके अतिरिक्त, आंतरिक मौन की गहराई का अनुभव करने और आत्म-साक्षात्कार एवं शांति के शाश्वत भारतीय मार्ग की खोज के लिए राज योग मेडिटेशन का भी आयोजन किया गया।
रूस में भारतीय राजदूत विनय कुमार ने भारत उत्सव का उद्घाटन करते हुए कहा दिल्ली, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, ओडिशा और नागालैंड सहित कई भारतीय राज्य इस नौ-दिवसीय उत्सव के दौरान नृत्य एवं कला के माध्यम से अपनी अनूठी संस्कृति और परंपराओं को प्रस्तुत कर रहे हैं।
भारतीय दूतावास ने उत्सव के समापन पर फेस्ट के दौरान हुई तमाम गतिविधियों को संजोए एक वीडियो सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा करते हुए लिखा मॉस्को में भारत उत्सव के 9वें दिन की झलकियां। आखिरी दिन भारतीय संस्कृति का एक शानदार उत्सव रहा, जिसमें जोशीले प्रदर्शन और पारंपरिक स्वाद से लेकर कालातीत कला एवं शिल्प तक, सब कुछ शामिल था। मैत्री और विरासत की इस यात्रा में हमारे साथ जुड़ने के लिए मॉस्को, आपका धन्यवाद।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)