महाकुंभ2025 का आज शुभारम्भ हो गया है,इसी के साथ संसार में आज तक का सबसे बड़ा आयोजन शुरू हो गया है ,यह इतना बड़ा है कि आप सोच भी नहीं सकते,लगभग डेढ़ महीने चलने वाले महाकुम्भ में इस बार 45 करोड़ देशी विदेशी श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है,45 करोड़ का अर्थ जानते हैं?
45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान:
दुनिया में सिर्फ दो ही देश हैं (भारत और चीन), जिनकी जनसंख्या 45 करोड़ से ज्यादा है…. एक ही शहर में डेढ़ महीने में 45 करोड़ लोगों का आना यह हैरतअंगेज है।
शुरूआती 2 दिनों में प्रयागराज में 4 करोड़ के लगभग श्रद्धालु आएंगे दुनिया के इतिहास में दो दिनों में एक ही शहर में इतनी बड़ी संख्या में लोगों के आने जाने का यह एकमात्र उदाहरण है।
डेढ़ महीने चलने वाले इस महायोजन में लोग लगभग 4 लाख करोड़ रूपए खर्च करेंगे.यह होता है लगभग 50 बिलियन डॉलर यानी दुनिया के 110 देशों की GDP से भी ज्यादा सोचिये इसका कितना वृहद प्रभाव पड़ेगा उत्तरप्रदेश की इकोनॉमी पर।
- महाकुंभ में 10 लाख गाड़ियों के लिए पार्किंग व्यवस्था है निया में सबसे बड़ी।
- महाकुंभ में दुनिया का सबसे बड़ा (AI Aided Security Control Center) बनाया गया है।
- महाकुंभ में दुनिया का सबसे बड़ा (AI aided Lost and Found Center) बनाया गया है।
- इसी के साथ महाकुम्भ में दुनिया का अब तक का एक ही शहर में सबसे बड़ा (AI aided Traffic) और भीड़ नियंत्रण सिस्टम काम कर रहा है.
यही कारण है कि इस बार महाकुम्भ को डिजिटल महाकुंभ भी कहा जा रहा है.जहाँ धर्म और टेक्नोलॉजी का अद्भुत समागम देखने को मिल रहा है.
यह गर्व का विषय है जो लोग कहते हैं कि धर्म, मंदिर और त्यौहार से क्या मिलता है. यह उनके लिए एक केस study है
अनामिका प्रयागराज





