आखिरकार ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के गांव तुस्याना में सरकारी भूमि पर अवैध कॉलोनी काटने वाले 18 लोगों के विरुद्ध कमिश्नरेट पुलिस के थाना ईकोटेक थर्ड में एफआईआर दर्ज हो गई। इसके साथ ही जहां भूमाफियाओं पर कार्रवाई की संभावना बनी है वहीं प्राधिकरण के अधिकारियों ने राहत की सांस ली है।
उल्लेखनीय है कि नेक दृष्टि की कल की पोस्ट में तुस्याना गांव की अधिसूचित व अधिग्रहित तथा सरकारी भूमि पर धड़ल्ले से अवैध प्लाटिंग करने वालों के विरुद्ध प्राधिकरण द्वारा एफआईआर दर्ज कराने का प्रयास करने से संबंधित समाचार प्रकाशित किया गया था। प्राधिकरण के वर्क सर्किल-3 के सहायक प्रबंधक राजीव कुमार की तहरीर पर थाना ईकोटेक थर्ड पर अब एफआईआर दर्ज कर ली गई है। उपनिरीक्षक कुलदीप सिंह मामले की जांच करेंगे।
एफआईआर में 18 नामजद लोगों के विरुद्ध बीएनएस की धारा 329(3) व सार्वजनिक संपत्ति नुक्सान निवारण अधिनियम 1984 की धारा 3 व 4 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पिछले छः महीने से गांव तुस्याना में अवैध प्लाटिंग करने वाले लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई कराने में जुटे प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि प्राधिकरण के पास नामजद लोगों के विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य हैं जो पुलिस को उपलब्ध कराए जाएंगे।
दादरी के उपजिलाधिकारी ने भी 7/2/2024 को तुस्याना गांव के खसरा नं 517,964,967,975,981,984,985,992 व 1007 पर अवैध रूप प्लाटिंग करने के संबंध में एक रिपोर्ट दी थी। दरअसल तुस्याना गांव में टेक्नोलॉजी पार्क लिमिटेड की विवादित भूमि की आड़ में पिछले एक डेढ़ साल में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की भूमि तथा सरकारी भूमि पर भूमाफियाओं ने धड़ल्ले से अवैध प्लाटिंग की है। दिलचस्प तथ्य यह है कि नामजद आरोपियों में स्थानीय लोगों के साथ कन्नौज और बिहार के लोग भी शामिल हैं