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सवर्ण आयोग के गठन के साथ एससीएसटी एक्ट संसोधन विधेयक की उठी मांग 

लखनऊ (ब्यूरो) सवर्ण समाज के हितों की रक्षा के लिए केंद्र व राज्य सरकारों से सवर्ण आयोग का गठन कराने व एससीएसटी एक्ट संसोधन विधेयक की मांग पिछले काफी समय से हो रही है। इसको लेकर एक बार पुनः भारतीय सवर्ण संघ के राष्ट्रीय महासचिव, राधेश्याम तिवारी उर्फ पँडित साधू तिवारी ने प्रधानमंत्री मोदी को एक पत्रक भेज कर स्वर्ण समाज व देशहित मे ये मांग पत्र भेजा है।

पंडित साधू तिवारी का कहना है कि आज केंद्र/ राज्यों में हर वर्ग का आयोग बन गया है, परन्तु सरकार सवर्ण समाज के लिए सवर्ण आयोग का गठन क्यो नही कर रही है, ये आज भी एक गंभीर सवाल बना हुआ है, जबकि आयोग बनाए जाने की मांग हम हर प्लेटफॉर्म पर लगातार लंबे समय से कर रहे है।

पंडित साधू तिवारी ने सवाल उठते हुए कहा कि सरकार द्वारा सवर्णों के साथ भेदभाव क्यो किया जा रहा है, ये एक गंभीर मामला है, हम लगातार इस विषय की समीक्षा कर रहे है, भारतीय सवर्ण संघ परिवार, सवर्ण समाज की उपेक्षा बर्दास्त नहीं करेगा।

पंडित साधू तिवारी ने बताया कि एससीएसटी एक्ट का दुरुपयोग जोरो पर हो रहा है, इस एक्ट का व्यवसाय के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। सरकार से हमारी मांग है कि इन मामलों में पहले जांच हो, अगर फर्जी एससीएसटी एक्ट लगवाया जा रहा है तो, लगवाने वाले के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा पंजीकृत किया जाये। इस पर तत्काल रोक लगाने के लिए सरकार को विधेयक लाना चाहिए।

पंडित साधू तिवारी ने कहा की प्रदेश के सभी मंदिर/मठों को सरकारी नियंत्रण से बाहर किया जाये। मठ और मंदिरों के चढ़ावे की राशि को, सनातन धर्म के विस्तार पर खर्च होना चाहिये, इस धन से सिर्फ धर्म शालाओं और वेद विद्यालय का निर्माण करवाया जाना चाहिये।