
ग्रेटर नोएडा l जेल में बंद कैदी भी इंसान है, उन्हें भी पौष्टिक खाना मिलना चाहिए l यह संविधान के मानवीय अधिकारों में दर्ज हैl शायद इसीलिए समय-समय जेलो में मिलने वाली खाद्य सामग्रियों का निरीक्षण और उनकी गुणवत्ता का परीक्षण होता है l इसी कड़ी में आज शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्णण जनपद गौतम बुद्ध की जिला जेल के निरीक्षण हुआ l जेल में मिलने वाले खाने की गुणवत्ता ठीक ठाक थी l
आज प्रोटोकाल के तहत उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ द्वारा जिला कारागार गौतमबुद्धनगर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान विशेषतः निरूद्ध बंदियों को उपलब्ध कराई जा रही खाद्य सामग्री, कारागार अस्पताल में उपलब्ध कराया जा रहा बंदियों को उपचार तथा जिला कारागार में संचालित कौशल विकास के माध्यम से बंदियों को सिखायें जा रहे निरीक्षण के दौरान सर्वप्रथम जिला कारागार में स्थित अनाज गोदाम का निरीक्षण किया गया l जिसमें राजमा, दाल, चावल व सब्जी आदि की गुणवत्ता बढाने जाने पर निर्देशित किया गया कि अच्छी गुणवत्ता वाली खाद्य सामग्री बंदियों को प्रस्तुत करे l
जिला कारागार गौतमबुद्धनगर में संचालित अस्पताल में उपचार करा रहे बंदियों के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई तथा उपचार हेतु उपलब्ध कराई जा रही दवाओं की जानकारी ली गई l इसके बाद निर्देशित किया गया कि ऐसे बंदी जिन्हें उपचार के लिये अन्य जनपद में ले जाने की आवश्यकता हो ऐसे बंदियों का विवरण सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गौतमबुद्धनगर के माध्यम से उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण को किया जाना चाहिए।
निरीक्षण के दौरान पाकशाला का अवलोकन किया गया l जिसमें बंदियों के दोपहर के भोजन हेतु दाल, सब्जी व रोटी आदि तैयार थी। संजय सिंह सदस्य सचिव, उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ तथा श्रीमती ऋचा उपाध्याय, सचिव पूर्णकालिक जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गौतमबुद्धनगर द्वारा बंदीगण के लिये बनायें हुये भोजन की गुणवत्ता स्वयं द्वारा भोजन खाकर जाॅच की गई।
खास बात यह है कि निरीक्षण के दौरान कौशल विकास के अन्र्तगत संचालित कार्यक्रम जैसे- सिलाई कडाई का कार्य करना, कम्प्यूटर प्रशिक्षण का कार्य, नारियल की छाल व धूपबत्ती की राख से मूर्ति निर्माण का कार्य इस के साथ ही अपशिष्ट पदार्थो से गमले व टोकरी आदि का निर्माण करना तथा लाईट के कार्य में झालर बनाना तथा लाईट से बने हुये शो-पीस आदि जिला कारागार में निरूद्ध बंदियों द्वारा निर्माण किया जा रहा हैं l इस पूरेेेेेेेे कार्यक्रम का मकसद यह है कि कारागार से रिहा होने के बाद समाज में मुख्यधारा से ये लोग जुड सकें तथा अपना जीवनयापन ठीक प्रकार से कर सके। इसके अतिरिक्त जिला कारागार में बंदियों के लिये संगीतशाला, लाईबे्ररी आदि उपलब्ध है जहाॅ बंदी अपने समय का सदुपयोग करते हुये अपनी स्वेच्छा से प्रशिक्षण कार्यों में प्रतिभाग कर सकता हैं।
श्री सिंह सदस्य सचिव, उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ द्वारा बंदियों के लिये संचालित कार्यो की सराहना की तथा बंदियों के लिये और अधिक सर्जनात्मक कार्यो को योजित करने हेतु निर्देशित किया गया।
निरीक्षण के दौरान श्री संजय सिं के साथ ऋचा उपाध्याय, सचिव पूर्णकालिक जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गौतमबुद्धनगर श्री अरूण प्रताप सिंह, अधीक्षक जिला कारागार गौतमबुद्धनगर, श्री शिव कुमार गौतम चिकित्सक जिला कारागार गौतमबुद्धनगर व जिला कारागार के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहें।
Post Views: 37





