ट्रेड फेयर पर हो रहे हैं सवाल खड़े ?

ग्रेटर नोएडा l एक्सपो मार्ट में आयोजित प्रथम इंटरनेशनल ट्रेड शो की आड़ में बड़ा खेल होने की चर्चा जोरों पर है l आयोजन क्या किसी व्यक्ति विशेष को करोड़ों का लाभ पहुंचाने के लिए किया गया है? विदेशी खरीदारों के आने का प्रचार और राष्ट्रपति से इसके उद्घाटन कराने से जो प्रचार प्रसार हुआ है उसकी वास्तविकता कुछ अलग सामने आ रही है। दस्तक टुडे अपने पाठकों को पहले ही बता चुका है कि यहां कार्यक्रम को कवर करने के लिए गए पत्रकारों को₹5 का पेन और ₹10 की पैड बड़े लिफाफे में देकर अपने पक्ष में खबरे लिखने के लिए प्रेरित किया गया है

ग्रेटर नोएडा के एक्सपो मार्ट में गत 21 सितंबर से चल रहे यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के प्रथम संस्करण को आयोजित करने की मंशा को लेकर सवाल उठ रहे हैं। इसमें सरकार शामिल है। सरकार के निर्देश पर नोएडा ग्रेटर नोएडा व यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण ने इस आयोजन के लिए तीन तीन कुल नौ करोड़ रुपए दिए हैं।इन तीनों और उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने मिलकर इस ट्रेड शो को सफल बनाने के लिए अपने अधीकार क्षेत्र के उद्यमियों की मान मनौव्वल से लेकर अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया है। हल्दीराम,यूफलेक्स यशोदा अस्पताल जैसी बड़ी कंपनियों से लेकर रोहन, विपुल और अन्य वाहनों के शोरूम संचालकों तक को जबरन ट्रेड शो में स्थान बुक करने के लिए विवश किया गया है।
एम एस एम ई उद्यमियों को व्यापक व्यापार मिलने का सपना दिखा कर ट्रेड शो में लाया गया है। हालांकि प्राधिकरणों के अधिकारी और स्थानीय प्रशासन इससे खुश नहीं बताए जा रहे हैं।स्थान बेचने के लिए निजी इंजीनियरिंग और दूसरे पेशेवर कॉलेजों का तरीका अपनाया गया। सूत्र बताते हैं जिन्होंने जिला उद्योग केन्द्र आदि के माध्यम से स्थान बुक किया उन्हें दस पंद्रह हजार में स्थान मिल गया।जो मैनेजमेंट के हाथ पड़ गये, उन्हें वही स्थान एक से डेढ़ लाख रुपए में बेचा गया।
सरकार और एक्सपो मार्ट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस ट्रेड शो में स्थान बुकिंग के लिए कोई एक रास्ता और एक तरीका नहीं था।चार पांच सौ विदेशी खरीदारों की बुकिंग का प्रचार किया गया परंतु उत्तर प्रदेश के विभिन्न कोनों से आए उत्पादकों को उनके दर्शन नहीं हुए।आम नागरिकों के धन की लूट करने के आरोपी बिल्डरों में शुमार एम3एम को भी ट्रेड शो में स्थान दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि ग्रेटर नोएडा के एक्सपो मार्ट में प्रथम यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के आयोजन की शुरुआत गत 26 जुलाई को की गई थी ।उस दिन एक रोड शो आयोजित किया गया जो स्थानीय उद्यमियों के रुचि न लेने से नहीं हो पाया था। हालांकि नोएडा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरणों ने शासन के दबाव में तब स्थानीय बड़ी कंपनियों पर रोड शो और उसके बाद एक्सपो मार्ट में दोपहर के भोजन पर चर्चा में शामिल होने के लिए बहुत जोर लगाया था।उस दिन बारिश भी हुई थी और प्राधिकरणों व ट्रेड शो के आयोजकों को असफलता से बचने का बहाना मिल गया था। तभी से तीनों चारों औद्योगिक विकास प्राधिकरणों को येन केन प्रकारेण इस ट्रेड शो को सफल बनाने की जिम्मेदारी दे दी गई थी। सूत्र बताते हैं कि यह ट्रेड शो एक्सपो मार्ट संचालन करने वाली कंपनी को लाभ पहुंचाने के लिए आयोजित किया गया है। इसके संचालन कर्ताओं की केंद्र और राज्य सरकारों में ऊंची पहुंच के चलते ऐसा माहौल बनाया गया जिसमें न चाहते हुए भी छोटे बड़े उद्यमियों को शामिल होना पड़ा। हालांकि उन्हें इससे कोई विशेष लाभ नहीं हुआ। अब देखनााा दिलचस्प है की डायनामिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिस ट्रेड फेयर को हर साल लगाने की घोषणा कर चुके हैं वो हर साल यूं ही लगेगा?