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आरडब्ल्यूए की महिला अध्यक्ष ने लिखा खुला पत्र, लगाए गंभीर आरोप

नोएडा l शहर के सबसे पुराने सेक्टरों में शुमार सेक्टर 11 की महिला अध्यक्ष अंजना भागी ने सेक्टर वासियों के नाम एक खुला पत्र लिखा हैl व्हाट्सएप पर पोस्ट किए गए इस पत्र में उन्होंने हड़प्पा की महासचिव और अन्य पदाधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए हैंl दस्तक टुडे अंजना भागी द्वारा लिखे गए पत्र को हू ब हू प्रकाशित कर रहा है l खास बात यह है कि देश की सबसे बड़ी संसद में जहां महिलाओं को राजनीति में आरक्षण देने की वकालत हो रही है वही निचले स्तर पर महिलाओं को राजनीति से बेदखल करने की साजिश रची जा रही है l

सेक्टर 11 आरडब्लूए महासचिव ने की बदतमीजी और दी निकालने की धमकी।

आप सभी को पढ़ाने हेतु महासचिव द्वारा निकाला सर्कुलर भेज रही हूं। यह सर्कुलर अमान्य है। क्योंकि उसकी अध्यक्ष से कोई स्वीकृति ही नहीं ली गई। इस सर्कुलर में लिखा है कि अध्यक्ष के खिलाफ अंतिम रूप से निर्णय लेना बहुत आवश्यक हो गया है।
जिसका महासचिव को कोई अधिकार ही नहीं है। यह भी लिखा है कि कोषाध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारी से अनुमति लेकर खर्चे को रेगुलराइज करेंगे। जो कि बिलकुल अमान्य है। मैं इस सैक्टर के इतिहास में पहली अकेली महिला हूँ जिसको सेक्टर वासियों ने अध्यक्ष निर्वाचित किया है। महासचिव हीरालाल तथा कुछ अन्य पदाधिकारी जो इस साजिश में महासचिव के साथ हैं। मैं आप सबको यह अवगत कराना चाहती हूं कि ये मेरे खिलाफ पदमुक्त करने की आए दिन चेतावनी देकर। मुझे महिला होने के नाते यू परेशान करते जा रहे हैं। बल्कि मेरे इलेक्शन जीतकर आने के साथ ही मुझे निकाल दिया जाए की साजिश की शुरुआत भी कर दी थी। हर मीटिंग रात को 7:30 बजे शुरू होने का समय और खत्म होने का समय अनलिमिटेड और उस पर भी मुझ पर गंभीर आरोप लगाना जिसके कारण मेरी सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। आप सभी से मेरा यह निवेदन है कि जहां एक महिला अध्यक्ष का अपमान होता हो। उस मीटिंग में महिला अध्यक्ष को बुलाने का अधिकार क्या है? आर डब्लु ऐ ऑफिस में आर डब्लू ऐ सम्बंधित कोई डॉक्यूमेंट, कोई फाइल, कोई रिकॉर्ड नहीं है। अलमारियों पर ताले लगे हैं। जिसके लिए पिछले 3 महीना से मैं पूरी टीम के सामने निवेदन कर रही हूं। अब सारी सच्चाई अपने रेजिडेंट्स को भेज रही हूं। जिन्होंने मुझ पर विश्वास करके जिताया है। आप ही अपने सुझाव भेजें क्या यह सही है? एक महिला अध्यक्ष जो दूसरे पैनल से जीतकर इस पैनल में कार्य करने के उद्देश्य से आई है। इनके पेनल में एक भी महिला को नहीँ लिया गया। मेरे पेनल में तीन महिलाएं थीं। अब मैं अकेली उसके साथ यह दुर्व्यवहार। रात 9.30 बजे तक मीटिंग और अभियोग। मेरे ब हुत कहने पर अब समय 7 बजे रात। यह समय दिन में क्यों नहीँ ? यदि आप अति व्यस्त व्यक्ति हैं? जिनके पास समय ही नहीं है तो आर डब्लू ऐ में उन्हें आने दें जिनके पास समय है उन्हें आने दें। पिछ्ली मीटिंग 29 सितम्बर को हुईl