नई दिल्ली। नेपाल के बाजुरा में बुधवार को भारत सरकार की वित्तीय सहायता से बनने वाले कृषि संवर्धन केंद्र की आधारशिला रखी गई। नेपाल-भारत विकास सहयोग के अंतर्गत 3.14 करोड़ नेपाली रुपये की परियोजना लागत से बनने वाले इस केंद्र की आधारशिला काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास में काउंसलर अविनाश कुमार सिंह ने रखी।
काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, बाजुरा के मुक्तिकोट में खाद्यान्न संग्रहण एवं वितरण केंद्र के लिए कृषि संवर्धन केंद्र के भवन के निर्माण की आधारशिला स्वामीकार्तिक खापर ग्रामीण नगर पालिका, बाजुरा के अध्यक्ष भरत बहादुर रोकाया तथा भारतीय दूतावास में काउंसलर सिंह द्वारा संयुक्त रूप से रखी गई।
दूतावास ने कहा नेपाल-भारत विकास सहयोग के अंतर्गत भारत सरकार के अनुदान का उपयोग वितरण डेस्क, रिकॉर्ड रूम तथा अन्य संबद्ध सुविधाओं सहित अनाज के भंडारण एवं वितरण के उद्देश्य से भवन के निर्माण के लिए किया जा रहा है। इस परियोजना को उच्च प्रभाव सामुदायिक विकास परियोजना (एचआईसीडीपी) के तौर पर शुरू किया गया है।
इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष भरत बहादुर रोकाया के अलावा समारोह में उपस्थित राजनीतिक प्रतिनिधियों और अन्य हितधारकों ने नेपाल के लोगों को भारत सरकार द्वारा प्रदान किए जा रहे विकासात्मक समर्थन की सराहना की। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि बनाए जा रहे बुनियादी ढांचे से पहाड़ी क्षेत्र में कृषि उत्पादों के उचित संग्रह और भंडारण को सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी, जहां परिवहन और संचार बुनियादी ढांचे सीमित हैं। इसके अलावा, नया बुनियादी ढांचा लंबे समय तक खाद्य पदार्थों के भंडारण को सक्षम करेगा, जिससे क्षेत्र की खाद्य सुरक्षा में योगदान मिलेगा।
बता दें कि भारत अपनी ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति के तहत विभिन्न क्षेत्रों में नेपाल की निरंतर सहायता करता रहता है। भारत सरकार ने नेपाल में विभिन्न क्षेत्रों में 573 से अधिक एचआईसीडीपी शुरू की हैं, जिनमें से 495 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)